छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बीजेपी करीब सवा लाख लोगों के साथ विधानसभा का घेराव कर रही है। जहां पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झूमाझटकी भी हुई है। जिसमें बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने वाटर केनन चलाई, भीड़ के सामने स्मोक बम भी फेंके गए। इसके अलावा पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को गिरफ्तार कर लिया गया है।
घेराव के पहले बीजेपी नेताओं की हुई सभा
विधान सभा का घेराव करने के पहले बीजेपी नेताओं की सभा हुई। इसी सभा के बाद कार्यकर्ता विधानसभा घेरने निकले, इसके बाद कार्यकर्ताओं की भीड़ विधानसभा परिसर के नजदीक (जीरो प्वाइंट) तक पहुंच गई है। विधानसभा जाने वाले रास्ते में जगह-जगह पर पुलिस बल तैनात है। कोशिश है कि किसी भी तरह से कार्यकर्ताओं को रोका जाए। मगर कार्यकर्ताओं की भीड़ लगातार आगे बढ़ रही है। घेराव शुरू होने से पहले ही भारतीय जनता युवा मोर्चा ने 2 किलोमीटर पहले सड़क पर लगाई गई बैरिकेडिंग तोड़ दी थी। इसके बाद कार्यकर्ताओं की भीड़ पहुंची।
सभा में बोले प्रभारी ओम माथुर
वहीं बीजेपी की सभा में प्रभारी ओम माथुर ने कहा- हमें यहां नवंबर तक ये आंदोलन करना है, क्यों कि उसके बाद तो यहां सरकार ही बदलनी ही है। उंहोने आंदोलन में भीड़ के बारे में बताते हुए कहा कि आज मुझे और रमन सिंह को भी लगभग एक घंटे जाम में फंसे रहना पड़ा। सड़क पर भी ऐसी ही भीड़ दिखनी चाहिए। इस आंदोलन का नाम मोर आवास मोर अधिकार आंदोलन दिया गया है।
किन बातों पर बीजेपी कर रही है घेराव
बता दें बीजेपी ने दावा किया है कि, प्रदेश के 16 लाख परिवार प्रधानमंत्री आवास से वंचित हुए हैं। जो कि यहां कांग्रेस सरकार होने के कारण उन्हें आवास नहीं मिले। इनमें से चार लाख से अधिक शहरी परिवारों को प्रधानमंत्री आवास से वंचित होना पड़ा है।