इटली में राष्ट्रीय लॉकडाउन की समय सीमा नजदीक, नहीं थमा कोरोना का प्रसार, सरकार की चिंता बढ़ी
लॉकडाउन की समय सीमा को लेकर देश में एक नई बहस शुरू हो चुकी है। हालांकि, विशेषज्ञों ने लॉकडाउन की समय सीमा को आगे बढ़ाने की बात सरकार से कही है।
रोम, इटली में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के राष्ट्रीय लॉकडाउन की समय सीमा नजदीक है। ऐसे में सरकार की चिंताएं और चुनौतियां दोनों बढ़ती जा रही है। लॉकडाउन की समय सीमा को लेकर देश में एक नई बहस शुरू हो चुकी है। हालांकि, विशेषज्ञों ने लॉकडाउन की समय सीमा को आगे बढ़ाने की बात सरकार से कही है। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार शनिवार तक कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 92,472 हो गई है। इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर कुल 10,023 पहुंच गई है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार इस महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री गिउसेप्पे कोटे ने घोषणा की कि कुछ छह करोड़ लोगों का पूरा देश कोरोनॉयरस के प्रसार को रोकने के लिए 3 अप्रैल तक लॉकडाउन में रहेगा। नागरिक सुरक्षा विभाग के प्रमुख एंजेलो बोरेल्ली ने टेलीविजन पर पत्रकारों के एक सवाल के जबाव में कहा कि शुक्रवार की तुलना में शनिवार को कोरोना संक्रमण 3,651 के नए मामले सामने आए हैं। संक्रमित लोगों में से, 26,676 अस्पताल में भर्ती हैं और 3,856 गहन देखभाल में हैं।
लॉकडाउन के पक्ष वैज्ञानिक और नेता
1- शनिवार को इतालवी प्रमुख रॉबर्टो बरियोनी ने फेसबुक पर लिखा था कि इस समय देश की स्थिति बेहद गंभीर है। ऐसे में यह कहना कि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का विचार अब व्याहारिक नहीं है, सही नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें घर पर ही रहना चाहिए वरना हमारे द्वारा किया गया बलिदान व्यर्थ हो जाएगा।
2- मिलान यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ बायोमेडिकल साइंसेज फॉर हेल्थ के एक रिसर्च फेलो फाब्रीजियो प्रेग्लियास्को ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए कम से कम हमें अप्रैल के अंत तक इंतजार करना होगा। प्रीग्लिस्को ने कहा इस वायरस से निपटने के लिए अब तक के सबसे प्रभावी हथियार सामाजिक विलगाव ही है। इसके अलावा इससे निपटने का और कोई तरीका नहीं है।