अंतरिक्ष पर 328 दिन बिताने के बाद धरती पर लौटी - क्रिस्टीना कोच, टुटा पेगी विटसन का रिकॉर्ड
अंतरिक्ष में 328 दिन के अपने प्रवास के दौरान कोच ने धरती के 5,248 चक्कर लगाते हुये 13.9 करोड़ किलोमीटर की यात्रा की, पिछला रिकॉर्ड अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पेगी विटसन के नाम था जो, स्टेशन कमांडर के रूप में 288 दिन तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में रही थीं.
वाशिंगटन: अंतरिक्ष में सबसे लंबे समय तक रहने वाली महिला का रिकॉर्ड अपने नाम करने के बाद अमेरिकी की अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना कोच आज धरती पर लौटेंगी. कोच 328 दिन तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरक्षि स्टेशन में रहने और विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों और मिशन को अंजाम देने के बाद धरती पर वापस आ रही हैं. इससे पहले कोई भी महिला अंतरिक्ष यात्री इतने लंबे मिशन पर नहीं गयी हैं.
पिछला रिकॉर्ड किसके किया था अपने नाम
पिछला रिकॉर्ड अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पेगी विटसन के नाम था जो 2016-17 के दौरान स्टेशन कमांडर के रूप में 288 दिन तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में रही थीं. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का कहना है कि इस मिशन से वैज्ञानिकों को भविष्य के चंद्र एवं मंगल मिशनों के लिए महत्वपूर्ण डाटा मिले हैं.
कोच का था पहला अंतरिक्ष मिशन
कोच के साथ यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की अंतरक्षि यात्री लूका परमितानो और रूस के अंतरिक्ष यात्री एलेक्जेंडर स्क्वोत्सरेव भी आज धरती पर वापस लौटेंगे. यह कोच का पहला अंतरिक्ष मिशन था. अपने पहले ही मिशन में वह लगातार सबसे लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने वाले अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों की सूची में स्कॉट केली के बाद दूसरे स्थान पर पहुँच गयी हैं जो 340 दिन तक लगातार अंतरिक्ष में रहे थे.
कोच ने 328 दिन में धरती के 5,248 चक्कर लगाते हुये 13.9 करोड़ किलोमीटर की यात्रा तय की
अंतरिक्ष में 328 दिन के अपने प्रवास के दौरान कोच ने धरती के 5,248 चक्कर लगाते हुये 13.9 करोड़ किलोमीटर की यात्रा की है. यह 291 बार चाँद पर पहुंचकर वापस आने जितनी दूरी है. उन्होंने छह अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर निकलकर चहलकदमी की और इस दौरान खुले अंतरिक्ष में 42 घंटे 15 मिनट बिताये.
पहली बार अंतरिक्ष स्टेशन के बाहर गया - महिलाओं का दल
अपने अंतिम स्पेसवॉक में वह जेसिका मीर के साथ बाहर निकली थीं. इतिहास में यह पहला मौका था जब किसी स्पेसवॉक में पूरी तरह महिलाओं का दल अंतरिक्ष स्टेशन के बाहर गया हो. अपने मिशन के दौरान कोच ने 210 अनुसंधानों में हिस्सा लिया जो नासा के आगामी चंद्र मिशन और मंगल पर मानव को भेजने की तैयारियों में मददगार होंगे