एक महीने के लॉकडाउन में देश की हवा बदल गई
शहर हरे-भरे नजर आ रहे हैं, दिल्ली को देखने से लगता है, दिल वही है, बस धड़कन तेज हुई है, इंडिया गेट से लेकर कनॉट प्लेस तक प्रदूषण घट गया है
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Gourav Joshi23 April 2020 5:49 AM GMT
नई दिल्ली. कोरोनावायरस ने देश और दुनिया को बहुत गम और दर्द दिया है। कोरोना के डर से सबकुछ बंद हो चुका है। एक महीने से लोग घरों में बंद हैं। ट्रेनें स्टेशनों पर, हवाई जहाज एयरपोर्ट्स पर, बसें अपने अड्डों पर बंद हैं। दुकानें खरीददारों के बिना बंद हैं। इस सबके बीच कोरोना का एक उजला पक्ष भी है, जिससे उम्मीद की रोशनी दिखती है, सबक मिलता है और बदलाव की खुशबू भी आती है। वह प्रकृति का अश्क है। लॉकडाउन का चेहरा साफ दिख रहा है। हवा पहले से कहीं ज्यादा साफ हो गई है, नदियों के किनारों से गंदगी गायब दिख रही है। सड़कों पर अनावश्यक भीड़ भी नहीं है। शहर हरे-भरे नजर आ रहे हैं। अब दिल्ली को ही देखो तो लगता है, मानो दिल वही है, बस धड़कन तेज हुई है। बनारस को देखो तो लगता है, रस वही है, बस रवैया नया है।
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