चिल्ला बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों को मिला समाजवादी पार्टी का समर्थन
दिल्ली-यूपी-हरियाणा पर चल रहा हजारों किसानों का धरना-प्रदर्शन 9वें दिन में प्रवेश कर गया है। दिल्ली से सटे यूपी और हरियाणा के तकरीबन दर्जनभर बॉर्डर सील हैं जिससे शनिवार को भी लोगों को आवाजाही में दिक्कत पेश आ रही है।

नई दिल्ली/सोनीपत/गाजियाबाद/नोएडा। 3 केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली-यूपी-हरियाणा पर चल रहा हजारों किसानों का धरना-प्रदर्शन 9वें दिन में प्रवेश कर गया है। चिल्ला बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों को समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यकर्ता भी समर्थन देने पहुंचे हैं। सपा की ओर पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सुनील चौधरी व सपा महानगर (ग्रामीण) अध्यक्ष रेशपाल अवाना भी धरना स्थल पहुंचे हैं। दोनों नेताओं का कहना है कि अगर किसानों की मांग पूरी नहीं होती तो सपा कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे।
दोपहर 2 बजे किसान संगठनों और केंद्रीय मंत्रियों के बीच होने वाली बैठक से पहले दिल्ली के मंत्री गोपाल ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट किया है- पिछले 10 दिनों से किसान सड़को पर आन्दोलन कर रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार सुनने को तैयार नहीं है। केंद्र सरकार टालमटोल करने की बजाय आज की बातचीत में किसानों की माँगों को पूरा करे।'
इस बीच शनिवार को दोपहर 2 बजे होने वाली किसानों और केंद्रीय मंत्रियों की बैठक से पहले पीएम मोदी के साथ हाई लेवल मीटिंग हुई। इसमें केंद्रीय मंत्री अमित शाह समेत कई अन्य नेता भी शामिल हुए। इस दौरान किसानों के आंदोलन से उपजे हालात पर विस्तार से चर्चा हुई। मिली जानकारी के मुताबिक, इस अहम बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद रहे। इसके साथ केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी हाई लेवल मीटिंग में शिरकत की।