भोपाल-इंदौर सीमा सील, मुख्यमंत्री ने कहा-भीलवाड़ा मॉडल अपनाने की तैयारी
प्रदेश में 29 हजार टेस्टिंग किट उपलब्ध हैं। इनसे टेस्टिंग क्षमता 580 प्रतिदिन हो गई है। प्रदेश में रोज 5 हजार पीपीई किट्स आ रही हैं।
भोपाल। कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए अब सरकार ने भोपाल और इंदौर शहर की सीमाओं को पूरी तरह सील करने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अफसरों को निर्देश दे दिया है। उन्होंने कहा है कि दोनों शहरों का बॉर्डर सील कर दिया जाए। वहां किसी भी तरह की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी जाए। मध्य प्रदेश और खासतौर से भोपाल-इंदौर में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने और कड़े कदम उठाने का आदेश अफसरों को दिया है। उन्होंने संक्रमण रोकने के लिए सर्वे और कोरोना की जांच में तेजी लाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा मध्यप्रदेश में कोरोना के संक्रमण को पूरी तरह से रोकना है और जो मरीज़ इसकी चपेट में आ गए हैं उन्हें वक्त पर इलाज देकर स्वस्थ करना हमारी प्राथमिकता है। शिवराज ने भीलवाड़ा और कर्नाटक की तारीफ करते हुए वहां का मॉडल एमपी में अपनाने के लिए कहा है। सीएम ने अधिकारियों से कहा है कि कोरोना की रोकथाम में अफसर अपनी पूरी ताकत झोंक दें।
भोपाल-इंदौर से आने वालों पर नजऱ
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता से अपील की है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए कोरोना संबंधी जानकारी छुपाएं नहीं बल्कि बताएं ताकि समय पर इलाज किया जा सके। कोरोना संक्रमित व्यक्ति यह बताएं कि वो इस दौरान किससे मिले थे। उनके घर, परिवार और आस-पास यदि कोई व्यक्ति विदेश से आया हो तो उसकी जानकारी दें। यह भी जानकारी दें कि क्या कोई व्यक्ति इंदौर या भोपाल से आया है। अगर उसमें कोरोना के लक्षण दिखें तो तुरंत उसकी जांच करवाएं।
कितना तैयार है एमपी
सरकार का दावा है कि एमपी में कोरोना की जांच और इलाज की पर्याप्त व्यवस्था है। फिलहाल प्रदेश में 29 हजार टेस्टिंग किट उपलब्ध हैं। इनसे टेस्टिंग क्षमता 580 प्रतिदिन हो गई है। प्रदेश में रोज 5 हजार पीपीई किट्स आ रही हैं। आने वाले समय के लिए 50 हजार पीपीई किट्स का ऑर्डर दिया गया है। सरकार के पास दो लाख हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन गोलियां स्टॉक में हैं। 77 हजार एन-95 मास्क और 6 लाख थ्री-लेयर मास्क फिलहाल उपलब्ध हैं।