लॉकडाउन तोडऩे पर 22 दिन में दर्ज हुए हजार से अधिक आपराधिक मामले
लॉक डाउन के बावजूद अकारण सड़क पर घूमने तथा कुछ लोगों के खिलाफ दुकानें खोलने को लेकर मामले दर्ज किए गए
भोपाल, तमाम समझााइशों के बावजूद राजधानी में लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस प्रशासन सख्ती से पेश आ रहा है। बीते 22 दिनों में ही सरकार के आदेश की नाफरमानी करने वाले हजार से अधिक लोगो के खिलाफ अपराधिक मामले दर्ज किए गए। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जिले में रविवार तक लॉक डाउन उल्लंघन के 1,017 मामले पुलिस ने दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि अधिकांश मामले भादवि की धारा 188 (सरकारी सेवक के कानूनी आदेश की अवहेलना) के तहत दर्ज किए गए हैं। कुछ लोगों के खिलाफ आपदा प्रबंधन कानून के तहत भी मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं कुछ लोगों के पास से शराब बरामद होने के चलते उनके खिलाफ आबकारी अधिनयम के तहत मामले दर्ज हुए। इनमें अधिकांश लोगों के खिलाफ लॉक डाउन के बावजूद अकारण सड़क पर घूमने तथा कुछ लोगों के खिलाफ दुकानें खोलने को लेकर मामले दर्ज किए गए हैं। दरअसल, पुलिस भोपाल में स्थापित 1,365 सीसीटीवी कैमरों की जरिए भी विभिन्न इलाकों की निगरानी कर रही है। सड़क पर यदि पुलिस कर्मी मौजूद नहीं है,तब भी इन कैमरों की मदद से उल्लंघन करने वालों की निगरानी जारी है। इनके वाहनों के नंबर के आधार पर उनकी पतारसी कर उनके खिलाफ अपराधिक मामले कायम करने की कार्यवाही की जा रही है। गौरतलब है,कि शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा शताधिक होने के बाद ही बड़ी संख्या में कंटेंनमेंट क्षेत्र बनाए गए हैं। शहर को विभिन्न जोन में बांटकर कुछ मार्गों को भी आवागमन के लिए प्रतिबंधित किया गया है। नगर निगम,जिला एवं पुलिस प्रशासन लोगो को लगातार घर में रहने,अकारण बाहर न निकलने बाहर आने पर मॉस्क लगाने व सोशल डिस्टिेंसिंग बनाए रखने का आग्रह कर रहा है। इसके बावजूद लोग इन अपीलों को नजरअंदाज करने से बाज नहीं आ रहे हैं।