तबलीगी जमात में शामिल लोगों को मुख्यमंत्री शिवराज का अल्टीमेटम, 24 घंटे में आएं सामने नहीं तो...
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तबलीगी जमात में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त रुख अपना लिया है।
भोपाल, देश की राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज में शामिल होने वाले तबलीगी जमात के दर्जनों लोगों में कोरोना वायर्स के संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। दिल्ली से निकलने के बाद जमात के लोग अन्य राज्यों में फैल गए थे, जिससे वहां अन्य लोगों के कोविद-19 से संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया है। हर राज्य में ऐसे लोगों की तलाश कर उन्हें क्वारेंटाइन किया जा रहा है। ऐसे में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तबलीगी जमात में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त रुख अपना लिया है। उन्होंने जमात में शामिल होने वालों को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि 24 घंटे के अंदर ऐसे लोग स्टेट अथॉरिटी के समक्ष रिपोर्ट करें नहीं तो आपराधिक प्रावधानों के तहत कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
भोपाल और इंदौर शहर की सीमाओं को पूरी तरह सील करने का फैसला
कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए अब सरकार ने भोपाल और इंदौर शहर की सीमाओं को पूरी तरह सील करने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अफसरों को निर्देश दे दिया है। उन्होंने कहा है कि दोनों शहरों का बॉर्डर सील कर दिया जाए। वहां किसी भी तरह की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी जाए।
कड़े कदम उठाने का आदेश
मध्य प्रदेश और खासतौर से भोपाल-इंदौर में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने और कड़े कदम उठाने का आदेश अफसरों को दिया है। उन्होंने संक्रमण रोकने के लिए सर्वे और कोरोना की जांच में तेजी लाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा मध्यप्रदेश में कोरोना के संक्रमण को पूरी तरह से रोकना है और जो मरीज़ इसकी चपेट में आ गए हैं उन्हें वक्त पर इलाज देकर स्वस्थ करना हमारी प्राथमिकता है। शिवराज ने भीलवाड़ा और कर्नाटक की तारीफ करते हुए वहां का मॉडल एमपी में अपनाने के लिए कहा है। सीएम ने अधिकारियों से कहा है कि कोरोना की रोकथाम में अफसर अपनी पूरी ताकत झोंक दें।