हरियाणा में फंसे एमपी के डेढ़ हजार मजदूर आज रात घर लौटेंगे, 45 बसें रवाना
इससे पहले कोटा में फंसे हज़ारों छात्रों को सरकार वापस घर ला चुकी है। अब सरकार का फोकस उन मजदूरों पर है जो दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं। इनकी वापसी के लिए सरकार दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री और अफसरों के साथ समन्वय बना कर उनकी वापसी तय कर रही है।
भोपाल। कोटा राजस्थान में फंसे छात्रों की वापसी के बाद शिवराज सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को घर लाना शुरू कर दिया है। आज हरियाणा में फंसे प्रदेश के करीब डेढ़ हजार मजदूर घर लाए जा रहे हैं। ये सभी निर्माण कार्य करने वाले ठेका मजदूर हैं। लॉक डाउन के कारण सब 1 महीने से वहीं फंसे हुए हैं। वापसी की कोशिश में लगे मजदूरों को हरियाणा में कैंप में रुकवाया गया था। मजदूरों ने घर वापसी के लिए सरकार तक अपनी आवाज़ पहुंचायी थी। उसके बाद प्रदेश सरकार ने इन मजदूरों को इनके घर पहुंचाने की व्यवस्था की। इन मजदूरों को सोशल डिस्टेंस का पालन करने हुए पर्याप्त फासले के साथ स्पेशल बसों में लाया जा रहा है। ये सभी आज रात ग्वालियर लाए जाएंगे और फिर वहां से उन्हें उनके गृह जि़लों के लिए रवाना कर दिया जाएगा।
45 बसों का इंतज़ाम
45 बसों में सवार होकर यह मजदूर आज ग्वालियर पहुंचेंगे।इसके बाद उन्हें उनके घर तक पहुंचाया जाएगा। ज्यादातर मजदूर ग्वालियर चंबल और बुंदेलखंड के बताए जा रहे हैं। प्रदेश के खनिज विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने हरियाणा से मजदूरों की वापसी के लिए हरियाणा सरकार से बात की थी। राज्य सरकार ने आज ग्वालियर पहुंचने वाले मजदूरों की जांच, उनके खाने और रुकने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
15 क्वारेंटीन
राज्य सरकार ने कहा है कि फिलहाल इन मजदूरों के लिए संस्थागत क्वॉरेंटीन की जरूरत नहीं है।लेकिन घर पहुंचने पर इन्हें 15 दिन क्वॉरेंटीन में रहना होगा। जानकारी के मुताबिक इन सभी मजदूरों की हरियाणा में जांच कराई गई है लेकिन वापसी पर एक बार फिर इनके स्वास्थ्य की जांच होगी।
कोटा से छात्रों की वापसी
इससे पहले कोटा में फंसे हज़ारों छात्रों को सरकार वापस घर ला चुकी है। अब सरकार का फोकस उन मजदूरों पर है जो दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं। इनकी वापसी के लिए सरकार दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री और अफसरों के साथ समन्वय बना कर उनकी वापसी तय कर रही है।