उपद्रवियों के घरों पर चली जेसीबी, धार्मिक स्थल तोड़ने वालों पर भी केस, अलग-अलग केस दर्जकर 30 गिरफ्तार

इंदौर। गौतमपुरा के चांदनखेड़ी गांव में पुलिस ने फायरिंग, जानलेवा हमला, आगजनी और धार्मिक स्थल (मीनार) तोड़ने पर दोनों पक्षों के विरुद्ध चार अलग-अलग केस दर्ज कर 30 लोगों को गिरफ्तार किया है। कुछ उपद्रवियों के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर भी चला है। अफसरों की गोपनीय रिपोर्ट में देपालपुर एसडीओपी आशुतोष मिश्रा भी दोषी हैं।
मंगलवार दोपहर रैली के संयोजक भारतसिंह आंजना की शिकायत पर सद्दाम, गब्बर, अय्यूब, गफ्फार सहित अन्य के खिलाफ जानलेवा हमले का केस दर्ज किया था। वहीं दूसरा केस धर्माट निवासी भेरूलाल की शिकायत पर सलीम पटेल, सद्दाम, फईम, इमरान, शाहरुख, रफीक, रजमान सहित 23 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ था।
देर रात पुलिस ने सद्दाम, हातम, हाकीम, साबिर और शारीक व अन्य के बयानों पर रैली में शामिल लोगों (अज्ञात) पर प्राणघातक हमले का प्रकरण दर्ज कर लिया। हातम के पैर में दो गोलियां लगी हैं जबकि अन्य पर तलवार, रॉड से हमला हुआ है। पांचों एमवाय अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने बयानों में बताया कि वे कनवासा रोड़ पर रहते हैं। भीड़ घर में घुस गई और गाड़ियों में आग लगा दी। ट्रैक्टर में तोड़फोड़ कर दी और घर में भरा अनाज भी जला दिया। एसपी के मुताबिक, एक केस मीनार तोड़ने पर दर्ज हुआ है। वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपितों की पहचान की जा रही है।
अवैध मकानों को ढहाया, रासुका की तैयारी
बुधवार को भी पूरे गांव में भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस ने अलग-अलग जगह कैंप लगा रखा है। सोशल मीडिया की मॉनीटरिंग के लिए क्राइम ब्रांच को जिम्मा सौंपा है। डीआइजी हरिनारायणाचारी मिश्र के मुताबिक, कुछ लोगों ने चांदनखेड़ी गांव में हुए विवाद के बाद दूसरे शहरों में हुए उपद्रव के वीडियो वायरल कर दिए थे। ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। उधर, पुलिस व प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बुधवार को उपद्रव में शामिल कुछ लोगों के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया। कुछ ने स्वेच्छा से अवैध निर्माण तोड़ लिया।